चिन्मयानंद ने माफ़ी मांगी
सनातनी बंधुओ की एकजुटता और पुरजोर विरोध के बाद स्वघोषित बापू चिन्मयानंद बापू जी माफ़ी मांगते हुए नजर आ रहे हैं। पिछले कई वर्षो से श्रीमद्भागवत एवं राम कथाओ को कहते आ रहे चिन्मयानंद कुछ वर्षों से अपने कथाओ में इस्लामिक गीत गाने लगे थे और वहा बैठी भीड़ विरोध करने के वजाय इन्ही की धुन में मस्त होकर मानसिक रूप से क्षुब्ध हो रही थी। जिसके दुष्परिणाम ये आने लगे थे बच्चे अपने घर पर होने वाले भजनों में इन इस्लामिक गीतों को गाने गुनगुनाने लगे थे और घर का कोई बड़ा बुजुर्ग उसको ऐसा करने से रोक नहीं सकता था क्यों कि यह इस्लामिक गीत का जहर वो भी कथा पंडाल से पीकर आये हैं।
ऐसे वीडियोस पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर ढंग से वायरल हुए जिसके चलते इनके एडवांस बुकिंग में गिरावट आयी होगी और इनको अपनी दुकान के दरवाजे बंद होते नजर आये होंगे। इसलिये मजबूरन इनको वीडियो के माध्यम से माफ़ी मांगने आना पड़ा।
इस वीडियो को यदि आप गौर से देखेंगे तो पाएंगे कि साहब इतनी हड़भड़ाहट में हैं की मस्तक पर तिलक भी बहुत जल्दबाजी में लगाया है टेड़ा। ढंग से बोल भी नहीं पा रहे हैं कहाँ बिना कट शॉट किये ही इस्लामिक गीत कितना आसानी से गा लेते हैं।इनके कृत्य केवल लव जिहाद को बढ़ावा देते हैं कभी भगवान् के वीरता भरे प्रसंगो को नहीं सुनाना बस इस्लामिक चर्चाएं करना और इस्लाम को महान बताना।
ये कथाओ से प्राप्त पैसो को व्याज पर उठाकर वसूली करते हैं जो कि गैरकानूनी होती है। ये NGO चलते हैं जहा नम्बर दो के पैसे को एक नंबर बनाते हैं और अपना कमीशन रख लेते हैं। नाम मात्र के लिए गौशालाएं खोलते हैं और उसमे रहने वाली गायो को खिलाने के लिए भी जनता से चंदे की गुहार करते हैं।
सभी हिन्दू भाईओ से अनुरोध है इन इस्लाम के प्रचारकों का वहिष्कार करिये और जितना पैसा इनको भेंट चढ़ाते हैं उससे अच्छा है अपने किसी पास के मंदिर में एक पुजारी या गुरुकुल से शिक्षा प्राप्त बालक को उस मंदिर में सेवा का अवसर दीजिये और इन दलालों को पैसा देने के वजाय मंदिर के लिए नियुक्त किये गए बच्चे को तनख्वाह बांधिए और अपने अपने घरों में पूर्णिमा इत्यादि शुभ तिथियों पर उस बच्चे को कथा कहने के लिए बुलाइये।
जय श्री राम