हनुमान जयंती | चैत्र पूर्णिमा
(19 अप्रैल 2019)
तिथि आरम्भ : 18 अप्रैल सायं 7:26 पर
तिथि समाप्त: 19 अप्रैल सायं 4:42 पर
तिथि समाप्त: 19 अप्रैल सायं 4:42 पर
महत्व:
हनुमान जी के जन्म के विषय मे दो तिथियों की मान्यता है, चैत्र पूर्णिमा और कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी। दक्षिण भारत की ओर लोग चैत्र पूर्णिमा को हनुमान जी का जन्मदिन मानते है उत्तर भारत मे भी जगह जगह हनुमान जयंती आज मनाने का प्रचलन है, आम धारणानुसार आज की तिथि पर हनुमान जी लंका दहन करके आये थे जिस उपलक्ष में सभी वानरों ने आज का पर्व मनाया था अन्यथा हनुमान जी का जन्म कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी को मानना चाहिए। हर जगह हनुमान मंदिर सजाये जाते हैं भक्त व्रत रखते हैं , सिंदूर या बंदन का लेप हनुमान जी की मूर्ति पर लगाकर उनका श्रृंगार करते हैं, प्रसाद वितरण इत्यादि होता है जगह जगह भंडारे होते हैं। सूर्योदय से पूर्व उठकर, स्नानादि से निवृत होकर रामदरबार सजाते है एवं हनुमान श्रृंगार के बाद राम जी का पूजन इत्यादि करने के बाद हनुमान जी के लिए मंत्र चालीसा, हनुमानाष्टक, एवं सुंदरकांड का पाठ करते हैं तथा भोग लगाकर प्रसाद वितरण करते हैं। व्रत धारक भक्त एक समय प्रसाद भोजन करके पारण की क्रिया करते हैं।
विशेष उपाय:
1- सुंदरकांड का पाठ
2- "ॐ हं हनुमंते नमः" मंत्र का 1 माला जाप करे।
3- मीठे प्रसाद का भोग लगाकर प्रसाद वितरण करे।
4- बड़े बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लें।
2- "ॐ हं हनुमंते नमः" मंत्र का 1 माला जाप करे।
3- मीठे प्रसाद का भोग लगाकर प्रसाद वितरण करे।
4- बड़े बुजुर्गों के पैर छूकर आशीर्वाद लें।
हमारी संस्था के अनुभवी ज्योतिषियों से परामर्श के लिए मोबाइल नंबर +91-8218433649 पर संपर्क करे।