पापांकुशा एकादशी | अश्विन शुक्ल एकादशी
(9 अक्टूबर 2018)
तिथि आरम्भ = 8 अक्टूबर को दोपहर 02:50 बजे
तिथि समाप्त = 9 अक्टूबर को सायं 05:19 बजे
पारण समय = 10 अक्टू. सुबह 06:19 से 08:38 तक
आश्विन मास के शुक्लपक्ष की एकादशी को पापांकुशा एकादशी कहते हैं।यह एकादशी पाप रुपी हाथी को महावत रुपी अंकुश से भेदने के कारण पापांकुशा एकादशी कहलाती है। इस दिन मनुष्य को विधिपूर्वक भगवान विष्णु के पद्मनाभ स्वरुप की पूजा करनी चाहिए। इस एकादशी पर व्रत रखने वाले मनुष्यों के समस्त पापों का नाश हो जाता है। यह एकादशी मनुष्य को मनवांछित फल देकर स्वर्ग को प्राप्त कराने वाली है।
पूजन विधि : सुबह स्नानादि के बाद भगवान् विष्णु का षोडशोपचार पूजन करना चाहिये एवं भगवान् विष्णु के पद्मनाभ स्वरुप का ध्यान करना चाहिए। राधा कृष्ण की पूजा भी करनी चाहिए। इस दिन दान करने का भी महत्व है।
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