माघ कृष्ण एकादशी | षटतिला एकादशी
(31 जनवरी 2019)
तिथि आरम्भ : 30 जनवरी को दोपहर 03:34 पर
तिथि समाप्त : 31 जनवरी को सायं 05:02 पर
पारण का समय : 1 फरबरी सुबह 7:14 से 9:22
पारण का समय : 1 फरबरी सुबह 7:14 से 9:22
महत्व :
माघ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को षटतिला एकादशी के नाम से भी जानते हैं। इस दिन तिल का छः प्रकार से प्रयोग करते हैं। तिल के जल से स्नान , तिल का उबटन , तिल से हवन, तिल मिले जल का पान, तिल युक्त भोजन एवं तिल का दान किया जाता है।
पूजन विधि:
सुबह स्नानादि के पश्चात सबसे पहले तिल मिले पंचामृत से भगवान् विष्णु को स्नान कराया जाता है तथा भगवान कृष्ण नाम का जाप करते हैं। पूरे दिन उपवास , रात्रि जागरण भजन तथा तिल से हवन के पश्चात भगवान का पूजन करके अर्घ्य दिया जाता है। जिसका मन्त्र है-- "सुब्रह्मण्य नमस्तेस्तु महापुरुषपूर्वज गृहाणार्घ्यं मया दत्तं लक्ष्म्या सह जगत्पते।" आज के दिन ब्राह्मणों को काले तिल तथा काली गाय दान देने का विधान है।
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