सोमवती अमावस्या | वैशाख अमावस्या
16 अप्रैल 2018

उपाय:
१- दूध , जल , विल्वपत्र आदि से शिवलिंग परअभिषेक करे
२- गुड़ का दान करे
३- महा मृत्युंजय मन्त्र एवं शिव पंचाक्षरी (ॐ नमः शिवाय ) का जप करे।
४- शिव महिम्न स्तोत्र एवं शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करे

महत्त्व :
सोमवार के दिन होने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं। यह दिन अत्यधिक शुभ मानते हैं तथा यह दिन काल सर्प दोष पूजन के लिए सबसे उत्तम दिन है। इस दिन किये गए दान पुण्य का महत्व् सूर्य ग्रहण तथा चंद्र ग्रहण के ही समान फल देता है। इस दिन गंगा स्नान करना चाहिए।
विधि:
सुबह स्नानादि से निवृत होकर भगवान् शिव का पूजन, जलाभिषेक इत्यादि करना चाहिए तथा पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाना चाहिए। मृत्युंजय मन्त्र का जप करने के भी हमारे शरीर पर अत्यधिक सकारात्मक प्रभाव आते हैं।
उपाय:
१- दूध , जल , विल्वपत्र आदि से शिवलिंग परअभिषेक करे
२- गुड़ का दान करे
३- महा मृत्युंजय मन्त्र एवं शिव पंचाक्षरी (ॐ नमः शिवाय ) का जप करे।
४- शिव महिम्न स्तोत्र एवं शिव रक्षा स्तोत्र का पाठ करे